पुलिस ने टरकाया, न्ययालय के हस्तक्षेप पर दर्ज करना पड़ा मुकदमा
लखनउ। प्रदेश मे एम्बुलेसं सेवा प्रदाता कम्पनी जीवीकेईएमआरआई के विरूद्व ठगी का मुकदमा दर्ज किया गया है। यह मुकदमा दो युवको को एम्बुलेंस सेवा मे नौकरी देने के नाम पर 65 हजार की ठगी करने के चलते दर्ज किया गया है।
मिल रही जानकारी के अनुसार कम्पनी ने उन्हें एम्बुुलेंस चालक तथा आपातकालीन मेडिकल टेक्नीशियन के पद पर नौकरी देने की बात कहकर उनसे क्रमशः 40000 तथा 25000 रूप्ये लिये थे लेकिन पैसे लेने के डेढ वर्ष बीत जाने के बाद भी जब उन्हें नौकरी नही मिली तो उन्होेनें इसकी शिकातय पुलिस से की लेकिन पुलिसिया लापरवाही या फिर कहे भ्रष्ट तत्र के चलते उनकी गुहार को अनसुना कर दिया गया जिस पर उन्होेनंें न्यायालय की शरण ली जिस पर आशियाना पुलिस ने जीवीके के स्टेट हेड एस के रेडडी, निदेशक कालिंदी कृष्णम राजू के अलावा दो और पर मुकदमा दर्ज कर लिया।
मामला बस्ती जिले के निवासी दो युवकों मनोज कुमार तथा अरविन्द कुमार से जुडा है। पीडितों के मुताबिक वर्ष 2019 मे उन्होनें नौकरी के लिए जीवीके के आशियाना स्थित कार्यालय से सम्पर्क किया जहां उनकी मुलाकात एस के रेडडी, कालिदी कृष्णम राजू, लिंगराज तथा कमला कन्नन सुदरंम से हुयी। इन सभी ने नौकरी से सम्बधित सभी दस्तावेज देखने के बाद उनका साक्षात्कार भी लिया। पीडितो के मुताबिक मनोज से 40000 तथा अरविन्द से 25000 रूपये डिमांड ड्ाफट भी लिये गये तथा उन्हे बताया गया कि उन्हें एम्बुलेसं चालक के तौर पर 10700 तथा टेक्नीशियन के लिए 18700 रूप्ये का वेतन दिया जायेगा।
मनोज और अरविन्द के मुताबिक उन्हें टेक्नीशियन पद के लिए प्रशिक्षण भी दिया गया जिसके बाद एक प्रमाण पत्र भी जारी किया गया लेकिन डेढ वर्ष बीत जाने के बाद भी नोैकरी नही दी गयी। इस बावत जब उन्होंने सम्बधित से सम्पर्क किया तो उन्हें आश्वासन देकर टरकाया जाता रहा। तग आकर जब उन्होनें पैसे वापस देने की बात की तो धमकी भी दी जाने लगी।
इस मामले मे सबसे खास बात तो यह है कि जब उन्होनें इस मामले की शिकायत आशियाना थाने मे दर्ज कराने की कोशिश की तो वहां भी उन्हें तहरीर लेेने के बाद टरका दिया गया। थकहार कर इन दोनों ने न्यायालय की शरण ली जिस पर कोर्ट के आदेश पर आशियाना पुलिस ने जीवीके के इन अधिकारियो ंके विरूद्व मुकदमा दर्ज किया।