भोपाल (मध्यप्रदेश)। लाउडस्पीकर से तेज आवाज में होने वाली आजान पर यू ंतो कई लोग सवाल उठा चुके है जिसमें प्रसिद्व गायक सोनू निगम प्रमुख रूप् से है। अब इस कडी में अपने बयानो ंके लिए विख्यात और भोपाल से सांसद साध्वी प्रज्ञा भी शामिल हो गयी है। एक कार्यक्रम में भाग लेने के दौरान साध्वी ने कहा कि सुबह सुबह की आने वाली तेज आवाज से कई परेशानियां होती है यहंा तक की यह समय संतो की साधना का भी होता है इस आवाज से उन्हेे भी कई परेशनियों का सामना करना पडता है।
साध्वी प्रज्ञा के इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रहा है जिसमें वह कह रही है कि प्रतिदिन सुबह के पांच बजकर कुछ मिनट पर बहुत जोर जोर से आवाजे आनी लगती हैं। आवाजे लगातार आती रहती है इससे सबकी नींदं तो हराम होती ही है लोग बीमार भी हो जाते है इससे बुजूर्गो कोे तो ज्यादा ही तकलीफ होती है। उन्होनंे यह भी कहा कि यह समय सतो और साधुओं की साधना का भी होता है इस लगातार आवाज से उन्हे परेशानी का सामना करना पडता है तथा उनकी साधना भी प्रभावित होती है।
जैसा की होना था साध्वी के इस बयान का वीडियो वायरल होते ही कांग्रेस के विधायक आरिफ मसूद ने उन पर हमला बोल दिया। आरिफ ने कहा की साध्वी ने कभी भी गैस पीडितों की आवाज नही उठाई उनकी परेशानी पर ध्यान नही दिया, एम्स की गडबडियो ंपर ध्यान नही दिया, कोरोना काल में वह गायब रही, अपने लोक सभा क्षेत्र का विकास नही कर पायी। अपने पूरे कार्यकाल मे असफल रहने के बाद चर्चा में बने रहने के लिए वे इस तरह का उटपटांग बयान दे रही है।
हालाकिं यदि इस बयान को राजनैतिक चश्में से न देखकर सामान्य आदमी की निगाह से देखा जाये तो यह पूरी तरह सत्य है कि सुबह सुबह आती अजान की तेज आवाज से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पडता है। एक मस्जिद से आवाज बन्द नही होती है कि दूसरी से आने लगती है और यह सिलसिला घ्ंाटो तक चलता रहता है। इसके बाद दूसरी अजान का समय आते ही यही प्रक्रिया फिर से शुरू हो जाती है। और यह क्रम दिन मे पूरे पांच बाद चलता ही रहता है। अजान की आने वाली तेज आवाज के लिए यू ंतो न्यायालय ने कई तरह के प्रतिबंध लगाये है परन्तु इसे प्रशासन की लापरवाही कहे या फिर राजनैतिक मजबूरी, न्यायालय के आदेश को न तो सरकारें लागू करवा रही है और न ही प्रशासन उस दिशा में कोई कदम उठा रहा है।