फरार हुआ झोलाछाप, पुलिस जुटी जाँच में
गाज़ीपुर। कहने को तो योगी सरकार ने प्रत्येक जनपद को मेडिकल कालेज का उपहार देकर गरीबों को निःशुल्क और गुणवत्ता युक्त स्वास्थ्य सेवा देने का भरसक प्रयास किया है लेकिन विभाग में गहरी जड़ जमा चुका भ्रस्टाचार उनके प्रयासों पर लगातार कुठाराघात करता दिखाई दे रहा है, विडंबना तो ये है की ऐसे समाचारों के लगातार प्रकाशन के बाद भी योगी सरकार की नींद क्यों नहीं टूट रही, समझ में नहीं आ रहा।

ताज़ा मामला भी ऐसे ही भ्रस्ट आचरण से जुड़ा हुआ है जिसमे दाँत दर्द की पीड़ा को लेकर एक निजी चिकित्सालय पहुंची महिला को चिकित्सक ने दाँत की जगह हाथ में इंजेक्शन लगा दिया जिसके चलते पहले तो महिला अचेत हुई फिर थोड़ी देर बाद उसकी मौत हो गईं, सबसे दुःखद तो ये रहा की मृतक महिला का विवाह मात्र पांच माह पूर्व ही हुआ था।
हैरान करने वाली ये घटना जिले के रेवतीपुर अंतर्गत एक ग्राम की है, परिजनों का कहना है की 21 वर्षीय रूचि यादव को रविवार की शाम दाँत दर्द के चलते गाँव में ही स्थित एक निजी दंत चिकित्सालय ले जाया गया जहाँ उपस्थित चिकित्सक ने रूचि के हाथ की नस में इंजेक्शन लगाया, इंजेक्शन लगने के कुछ समय बाद ही रूचि अचेत हो गईं, हालात ख़राब देखकर परिजन रूचि को लेकर सी एच सी भागे जहाँ पहुँचने पर चिकित्सकों ने रूचि को मृत घोषित कर दिया।

मात्र पांच माह पूर्व विवाहिता रूचि के पति उपेंद्र यादव का कहना है की सी एच सी के चिकित्सक डा अमर ने बताया है की रूचि की मौत इंजेक्शन के रिएक्शन से हुई है। सवाल ये उठता है की ज़ब सरकार हर तरह की चिकित्सक सुविधा हर जनपद में उपलब्ध कराने का प्रयास कर रहा है तो ये झोलाछाप चिकित्सक किस तरह लोगो के जीवन से खेलने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं, ऐसे चिकित्सकों और उनके प्रतिष्ठानों पर लगाम लगाने वाला स्वास्थ्य विभाग क्या कर रहा है, क्यों न ऐसे मामले के सामने आने वाले जिलों के सीएमओ पर भी मुकदमा दर्ज न किया जाएँ।

फिलहाल परिजनों की शिकायत पर पुलिस मौक़े से फरार चिकित्सक को ढूंढने और मामले की जाँच में जुट गईं है।

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