गोण्डा। प्रशासन और सरकार को स्वास्थ्य कर्मियों के सेवा मुक्ति मुददे पर घिरते देख राजनीतिक पार्टीयों ने मुददे को हडपना आरम्भ कर इस बेहद संवेदनशील प्रकरण को राजनीति के रंग में रंगना शुरू कर दिया है। आज इसी क्रम में पहल करते हुए समाजवादी पार्टी ने एक पत्र लिख इस धरना प्रर्दशन को अपना समर्थन दे दिया है, हालाकिं यह अलग बात है कि लिखे गये पत्र को देखने से ही इस मुददे पर समाजवादी पार्टी की गम्भीरता की पोल सामने आ जाती है।
सेवामुक्ति के तीसरे दिन जिला चिकित्सालय में धरना पर्दशन कर रहे टी एंड एम के 61 कर्मचारियों की मांगों को समाजवादी पार्टी ने अपना समर्थन दिया। समर्थन पत्र समाजवादी पार्टी के जिला उपाध्यक्ष राजेश दीक्षित की ओर से लिखा गया है। इसको हास्यास्पद और मात्र अपनी राजनीति चमकाने के लिए इस लिए कहा जा सकता है कि लिखे गये पत्र में कहीं भी इस बात का जिक्र नहीं किया गया है कि वह किसे सम्बोधित कर लिखा जा रहा है और न ही इस पत्र में समाजवादी पार्टी या जिला उपाध्यक्ष के अधिकृत लेटर हेड का ही प्रयोग किया गया है।
सादे कागज पर बिना सम्बोधन के लिखा गया यह पत्र इस बात को प्रमाणित करता है कि समाजवादी पार्टी इन 61 स्वास्थ्य कर्मियों जिनके पूरे परिवार पर एक आदेश के साथ ही जीवन यापन का गम्भीर संकट खडा हो गया है इतना ही नहीं इस सेवा मुक्ति से जिला अस्पताल की स्वास्थ्य सेवायें पूरी तरह चरमरा गयी है लोगो को छोटे छोटे कार्यो के लिए घंटो लाइन में खडे रहना पड रहा है, घंटो लाइन में खडे रहने के बाद भी मरीजो को इस बात का आश्वासन नहीं दिया जा सकता कि उन्हें स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल भी पायेगा या नही, इन सारी समस्याओं के लिए पूरी तरह से अगम्भीर है और पत्र लिखकर मात्र औपचारिकता निभा रही है।
हालाकिं इस बावत जब समाजवादी पार्टी के जिला उपाध्यक्ष राजेश दीक्षित से बात की गयी तो उन्होनें उम्मीद के अनुसार जवाद देते हुए बताया कि धरना स्थल पर अचानक पहुुंचना हुआ इसलिए लेटर हेड नहीं ले जा पाया और जहां तक रही सम्बोधन की बात तो उसमे सुधार कर दिया जायेगा।