लॉक डाउन के इस दौर में नवजात शिशुओं की करें समुचित देखभाल, ताकि लेकर भागना न पड़े अस्पताल
काम आयेगी यह जानकारी
गोंडा|कोरोना वायरस के संक्रमण से जारी जंग के बीच नवजात की देखभाल करना बहुत जरुरी है। कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन की स्थिति में नवजात की सेहत खराब होने पर चुनौतियां बढ़ सकती है। इस लिहाज से नवजात को बीमार होने से बचाने की भी अधिक जरूरत है। ताकि लोगों को अपने नवजात को दिखाने के लिए अस्पताल जाने की नौबत नहीं आए।
जिला महिला अस्पताल में तैनात नवजात शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ रामलखन का कहना है कि शिशु के लिए स्तनपान अमृत समान होता है। छह माह तक केवल स्तनपान करने से शिशु कई गंभीर बीमारियों जैसे डायरिया एवं निमोनिया से बचा रहता है। साथ ही इससे शिशु के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का भी विकास होता है। कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए नवजात शिशुओं के देखभाल अत्याधिक जरूरत है।
डॉ रामलखन के अनुसार नवजात शिशुओं की देखभाल में इन बातों का रखें विशेष ख्याल –
- अधिक से अधिक बार बच्चे को स्तनपान कराएं ।
-
स्तनपान कराने से पहले माताएं अपनी स्वच्छता का ख्याल रखें। हाथों को अच्छी तरह साबुन से धोकर एवं साफ कपड़े पहनकर ही बच्चे को स्तनपान कराएं।
-
घर के किसी सदस्य में सर्दी, खांसी या बुखार के लक्षण हों, तो वह बच्चे को स्पर्श ना करें।
-
बच्चे को साफ कपड़ा ही पहनाएं ।
-
बच्चे को घर से बाहर नहीं ले जाएं।
संक्रमण की स्थिति में मातायें बरतें सावधानी –
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार- कोवीड-19 से संक्रमित माताओं द्वारा स्तनपान कराने से संक्रमण का प्रसार बच्चे तक नहीं होता है। लेकिन इसके लिए संक्रमित माता को विशेष ध्यान देने की जरूरत है। बेहतर श्वसन स्वच्छता के साथ सुरक्षित रूप से स्तनपान कराएं, अपनी नवजात शिशु की त्वचा को पकड़ कर रखें, अपने बच्चे के साथ एक अलग कमरा साझा करें, अपने बच्चे को छूने से पहले और बाद में अपने हाथों को अच्छी तरह साफ करें। कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर देश भर में लॉकडाउन चल रहा है । इसलिए यदि ऐसी स्थिति में आपके नवजात की सेहत बिगड़ती है, तब समस्या बढ़ सकती है।