– सीएससी संचालकों को सौंपी गयी की जिम्मेदारी
– दर्ज होगा प्रत्येक लाभार्थियों का आधार कार्ड व मोबाइल नंबर
– डेटा लेने आंगनबाड़ी केन्द्र पहुंचेंगे सीएससी संचालक
गोंडा। आंगनबाड़ी सेवा केन्द्रों के लाभार्थियों का अब डिजिटलीकरण होगा। इसकी जिम्मेदारी कामन सर्विस सेन्टर( सीएससी) संचालकों को सौंपी गयी है। इसके लिए निदेशक बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा सूबे के सभी जिल कार्यक्रम अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं ।
जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार के मुताबिक जिले के सभी 2830 आंगनबाड़ी केन्द्रों के लाभार्थियों का ब्यौरा ऑनलाइन किया जाएगा। सीएससी संचालकों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
ऐसे में सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर सीएससी संचालक जाएंगे तथा उस रजिस्टर की फोटो लेंगे जिस पर सभी लाभार्थियों का विवरण दर्ज होगा। फोटो लेने से पहले लाभार्थी सूची के हर पन्ने पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का हस्ताक्षर होना अनिवार्य है।
उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा सभी लाभार्थियों के पहचान पत्र के रूप में आधार कार्ड का नंबर, राशन कार्ड का विवरण तथा मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा। यदि लाभार्थी के पास मोबाइल न हो, तो उसके परिवार के किसी भी व्यक्ति का मोबाइल नंबर दर्ज किया जाएगा।
डीपीओ ने सभी बाल विकास परियोजना अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वह वे सुनिश्चित करें कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा निर्धारित प्रारूप के अनुसार सूचना अपडेट हो रहा है कि नही!
डीपीओ ने सभी मुख्य सेविकाओं को भी निर्देशित किया है कि वह वह आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से प्रारूप के अनुसार सूचना अपडेट कराएं। ताकि इस काम में कोई समस्या न आने पाएं।
यह हैं लाभार्थी-
– सभी गर्भवती ।
– सभी धात्री महिलाएं ।
– 07 माह से 3 वर्ष के बच्चे ।
– 03 से 06 वर्ष तक के बच्चे ।
– स्कूल छोड़ चुकी किशोरियां ।
दस्तक अभियान और आरोग्य सेतु एप पर भी रहे जोर-
डीपीओ ने सभी सीडीपीओ और मुख्य सेविकाओं को निर्देशित किया है कि जब वह आंकड़े डिजिटल किये जाने के संबंध में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ ऑनलाइन संपर्क करें, तो आरोग्य सेतु ऐप तथा संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान पर भी जोर दें। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से अधिक से अधिक लोगों से आरोग्य सेतु एप डाउनलोड कराने के साथ ही दस्तक अभियान में निष्ठापूर्वक दायित्व निभाने के लिए भी कहें। उन्होंने यह भी कहा कि ऑनलाइन संपर्क न हो पाने की दशा में मुख्य सेविका क्षेत्र भ्रमण करें ।
आवश्यकतानुसार अलग-अलग समूहों में बैठक करें ।मास्क की अनिवार्यता और सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें ।