लखनऊ। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित एक मेहंदी प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाली महिलाओं ने अपने अपने हाथों में समाज को नशे से मुक्त करने के चल रहे अभियान को अपना समर्थन देते हुए नशा मुक्ति का सन्देश देने मेहंदी रचाते हुए समाज को एक बड़ा सन्देश देने का काम किया है।
प्रतियोगिता की आयोजक शिक्षिका और समाजसेवी रीना त्रिपाठी ने बताया की इस मेहंदी प्रतियोगिता में शिल्पी खन्ना, अर्चना सिंह गौर, शिल्पी सोमानी, महिमा त्रिपाठी, सुगंध रानी, मीनू उपाध्याय, अपूर्व सिंह, छाया तुगनावत, शिखा सिंह, नीलम यादव, प्रीति श्रीवास्तव, माया वर्मा, अंशु श्रीवास्तव ने प्रतिभाग किया। नशा मुक्त मेहंदी प्रतियोगिता के इस आयोजन के माध्यम से समाज को नशा मुक्त रहने का संदेश सावन उत्सव सरोजनीनगर लखनऊ में हुआ। सावन उत्सव का आयोजन शिक्षिका एवं समाजसेवी रीना त्रिपाठी वा उनकी टीम गीता वर्मा सुमन दुबे, सीमा द्विवेदी ,निशा के कुशल निर्देशन में किया गया।
समाजसेवी रीना त्रिपाठी ने बताया कि समाज में अधिक प्रतिशत में नशा पुरुष करते हैं परंतु इसका सबसे ज्यादा खामियाजा महिलाओं को उठाना पड़ता है। पुत्री, पत्नी, बहन, मां किसी भी रूप में रहने वाली स्त्री यदि उसके घर में कोई भी नशा करने वाला हुआ पिता, पति, भाई या दोस्त, पड़ोसी हुआ तो इसकी प्रताड़ना उस महिला को ही झेलनी होती है कभी आमानवीय कृतियों के माध्यम से, कभी चिकित्सीय दिक्कतों के माध्यम से, और कभी खुद के ऊपर किए जाने वाले अत्याचारों के माध्यम से।
अतः पूरे समाज को जल्द से जल्द इस नशे के दुष्चक्र से निकलना होगा और सभी को अपनी हर गतिविधि में नशा बुरा है ,समाज से नशे को खत्म करना होगा और हिंदुस्तान नशा मुक्त बने यह संदेश देना होगा।
नशा मुक्त आंदोलन अभियान कौशल का के अभियान से जुड़कर प्रत्येक गांव गली मोहल्ले शहर और इसी क्रम में आगे बढ़ते हुए पूरे देश को नशा मुक्त अभियान से जुड़ना होगा।
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