गोण्डा। सरकार के 100 दिवसीय क्षय उन्मूलन सघन अभियान के अन्तर्गत संवेदीकरण कार्यक्रम का आयोजन बाबू ईश्वर शरण चिकित्सालय गोण्डा के डी0पी0सी0 डॉ0 विवेक शरण के संयोजन में शुक्रवार को श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज गोण्डा के ललिता शास्त्री सभागार में किया गया। इस कार्यक्रम में संजय तिवारी- जिला समन्वयक टी0बी0, प्रशान्त कुमार श्रीवास्तव- डी0एम0डी0ओ0, श्री विजय कान्त शुक्ला- सी0पी0एम0 तथा आयुष शरण- एच0आई0वी0 टीम सहित अन्य लोगों ने विद्यार्थियों का संवेदीकरण किया। अतिथियों का स्वागत कॉलेज के रेड क्रास प्रभारी प्रोफेसर राजीव कुमार अग्रवाल एवं स्वयंसेवकों- एन0सी0सी0 के विशाल मिश्रा एवं निधि तिवारी, रोवर अमन तिवारी तथा रेड क्रास की गुलशन एवं अनुष्का विशेन ने किया।
संजय त्रिपाठी, जिला समन्वयक, क्षय रोग ने प्रधानमंत्री टी0बी0 मुक्त भारत अभियान की जानकारी प्रदान की। क्षय रोग के लक्षण, जाँच एवं उपचार की जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि क्षय रोग हवा में फैलता है तथा एक क्षय रोगी 15-20 लोगों को इस रोग को हस्तांतरित कर सकता है। सरकार का प्रयास सक्रिय रोग निर्धारण ;।ताकि सम्पूर्ण भारत को क्षय रोग से मुक्त किया जा सके।
प्रशांन्त कुमार श्रीवास्तव ने क्षय रोग की उत्पत्ति एवं चार मुख्य लक्षणों- कफ, बुखार, रात मंे पसीना आना तथा वनज में कमी होना के विषय में बताया। डॉॅट्स सेण्टर के विषय में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इलाज पूर्णतयः निशुल्क है। उन्होंने निक्षय पोषण योजना, निक्षय मित्र योजना की भी जानकारी प्रदान की।
विजय कान्त शुक्ला ने एड्स के लक्षण, बचाव व उपचार की जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि क्षय रोग होने पर एच0आई0वी0 रोग होने की सम्भावना लगभग एक सौ प्रतिशत हो जाती है। अतः अत्यन्त सतर्क रहने की आवश्यकता है। अपने आस-पास यदि किसी भी व्यक्ति में इस रोग के लक्षण दिखते हों तो बाबू ईश्वर शरण चिकित्सालय गोण्डा में तुरन्त सम्पर्क करें। पूरी सहायता की जायेगी।
कॉलेज के रेड क्रास प्रभारी प्रोफेसर राजीव कुमार अग्रवाल ने स्वयंसेवकों को सतर्क रहने को कहा ताकि टी0बी0 की बीमारी मल्टी ड्रग रेसिस्टेंट टी0बी0 में न बदल जाये। इसके लिए नियमित उपचार लेते रहना चाहिये।
प्रोफेसर रवीन्द्र कुमार, प्राचार्य, श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज गोण्डा ने बताया कि सरकार का यह प्रयास अत्यन्त सराहनीय है और इससे एक और संक्रामक रोग को दूर करने में सहायता होगी। नैक समन्वयक प्रोफेसर जितेन्द्र सिंह ने विद्यार्थियों का आह्वान किया कि टी0बी0 रोग को दूर भगाने में और जन-जन तक इस संदेश को पहुॅचाने में अधिकतम योगदान करें।
संवेदीकरण कार्यक्रम के उपरान्त कई लोगों ने बलगम जाँच के लिए नमूना भी प्रदान किया और कई लोगों ने कहा कि वे जिला अस्पताल में आकर जाँच करायेंगे तथा संभावित रोगियों को लेकर जिला अस्पताल आयेंगे।
इस आयोजन में एन0सी0सी0 के ए0एन0ओ0 डॉ0 अमित कुमार शुक्ला का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ। धन्यवाद ज्ञापन प्रोफेसर अभय कुमार श्रीवास्तव ने दिया।
कार्यक्रम में कॉलेज के प्राध्यापकगण- प्रोफेसर आर0बी0एस0 बघेल, प्रोफेसर अभय कुमार श्रीवास्तव, प्रोफेसर संदीप श्रीवास्तव, डॉ0 पुष्यमित्र मिश्र, डॉ0 वन्दना भारतीय, डॉ0 घनश्याम द्विवेदी, डॉ0 धर्मेन्द्र सिंह, डॉ0 स्मिता सिंह, डॉ0 विनय पाण्डेय, डॉ0 पूजा यादव, डॉ0 श्रीकान्त, डॉ0 पुनीत, डॉ0 रवि ओझा, विन्ध्य साहू, श्रवण कुमार एवं करूणेश दूबे, कर्मचारीगण- अभिमन्यु, नन्द कुमार, विजय सिंह, रोहित सिंह, राकेश कुमार मिश्रा, देवांश त्रिपाठी, रमेश कुमार, पंकज वर्मा सहित रेड क्रास, एन0सी0सी0, रोवर्स-रेंजर्स एवं एन0एस0एस0 के स्वयंसेवक एवं अन्य विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।