सरोजिनी नगर (लखनऊ) ! बच्चों को स्कूलों से जोड़ने के लिए स्कूल चलो अभियान विकासखंड सरोजनी नगर लखनऊ में चलाया जा रहा है| कार्यक्रम की शुरुआत 2 जुलाई 2019 को खंड शिक्षा अधिकारी शिवनंदन सिंह स्कूल चलो अभियान रथ यात्रा शुरू करके की|
स्कूल चलो अभियान का पहला चरण खत्म करते हुए अभियान रथ ने आज पूरा सरोजिनी नगर ब्लॉक का भ्रमण पूर्ण कर लिया, अभियान में जनप्रतिनिधियों का सहयोग भी लिया गया। इस दौरान डोर टु डोर लोगों से संपर्क किया गया और स्कूल में बच्चों को दी जाने वाली सुविघाओं की जानकारी देकर नामांकन कराने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
ब्लॉक स्तरीय रैली में सरोजिनी नगर ब्लॉक के सभी स्कूलों से संपर्क कर विकासखंड के एबीआरसी गीता वर्मा, विनोद गुप्ता, उदय प्रताप सिंह, मनीषा बाजपाई ने वहां के शिक्षकों को जागरूक किया कथा अभिभावकों व बच्चों को रैली अभियान के तहत जागरूक करने तथा नुक्कड़ नाटक का मंचन भी कराया। स्कूल चलो अभियान में खंड शिक्षा अधिकारियों ने शिक्षकों और शिक्षामित्रों को स्कूल न जाने वाले बच्चों को चिह्नित करने के लिए प्रेरित किया , प्रेरणा स्वरुप सभी का स्कूलों में नामांकन कराया जाएगा। अभियान की सफलता के लिए विद्यालय प्रबंध समिति का भी सहयोग लिया जा रहा है। अभियान के तहत जनपद, विकास खंड व विद्यालय स्तर पर मेले, गोष्ठी, रैली, प्रभातफेरी व सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाए इस हेतु ब्लॉक के सभी स्कूलों को प्रेरित किया गया। स्कूल चलो अभियान के दूसरे चरण के तहत बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों के शिक्षक ,लोगों को बच्चों को दी जाने वाली निशुल्क सुविधाओं की जानकारी देंगे।
बच्चों का अधिक से अधिक नामांकन हो, इसके लिए स्कूल प्रबंध समिति, मां समूह व अन्य लोगों से भी सहयोग लिया जाएगा|इसके तहत मंडल, जनपद व ब्लॉक स्तरीय शिक्षा अधिकारियों को गांवों का दौरा कर लोगों को अपने सभी बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करना होगा। इसके लिए अभिभावकों को बच्चों को दी जाने वाली निशुल्क पाठ्य पुस्तक, यूनीफार्म, स्कूल बैग, जूता-मोजा व स्वेटर की जानकारी भी देनी होगी।
आउट ऑफ स्कूल बच्चों को चिह्नित करने के साथ उनका शत-प्रतिशत नामांकन किए जाने के लिए शिक्षकों को प्रेरित किया गया। विकास खंड स्तर पर पास होने वाले कक्षा पांच के बच्चों की सूची उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक को उपलब्ध कराने के साथ उनका नामांकन कक्षा छह में कराना अनिवार्य है इस हेतु माता समूह की माताओं कोई जिम्मेदारी दी कि वह सभी बच्चों को अगली कक्षा में प्रवेश अवश्य करें|
शिक्षक प्रतिनिधि रीना त्रिपाठी ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से मांग रखी की स्कूल चलो अभियान के साथ साथ समय की महती आवश्यकता है कि शिक्षकों को अन्य शिक्षएत्तर कार्यों से मुक्ति दी जाए ताकि वह पूरी तरह से स्कूल में कक्षाओं का संचालन कर सके और पाठ्यक्रम अनुसार बच्चों को पठन-पाठन करा सकें|
: *कोई न बच्चा न छूटे इस बार, शिक्षा है सबका अधिकार.*
लखनऊ ! 17 जनवरी को गांव माती में अपराह्न 1 बजे, पूर्व माध्यमिक विद्यालय माती के प्रांगण में बेसिक शिक्षकों द्वारा “तभी मिशन शक्ति जब वह नशा मुक्ति” संगोष्ठी का आयोजन किया गया ।
कार्यक्रम ग्राम प्रधान माती संगीता अवस्थी की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। समाज को नई दिशा देने के लिए नशा मुक्ति जैसी बुराई को जड़ से खत्म करने हेतु अभियान कौशल का…. नशा मुक्त समाज के गठन हेतु लगभग 110 वालंटियर युवाओं कोसे दूर हटे और हमारा समाज नशा मुक्त बन सके।। संगोष्ठी में मुख्य अतिथि सांसद कौशल किशोर ने युवाओं को आत्मिक शुद्धि तथा आत्मिक रूप से समाज शुद्धि के मिशन में लगाते हुए सभी युवाओं से आश्वासन लिया कि वह अभियान कौशल का नशा मुक्त समाज हो इस संकल्प को आगे बढ़ाएंगे और एक श्रृंखला के तहत ज्यादा से ज्यादा युवाओं को जोड़ेंगे।
ग्राम प्रधान संगीता अवस्थी की अध्यक्षता में कार्यक्रम शुरू हुआ। माती और गोरी के संघ अध्यक्षअजय अवस्थी ने ग्राम समूह की महिलाओं को नशा मुक्त बनाने हेतु शपथ दिलाई तथा आगे भी अभियान कौशल का नशा मुक्त समाज में लगभग 500 ग्राम के जागरूक युवाओं को जोड़ने का आश्वासन दिया।
नशा भक्ति आंदोलन के वालंटियर बने बच्चों और नौजवानों ने नशा मुक्ति समाज आंदोलन के लिए पैदल मार्च भी किया* इस अवसर पर बीना रावत ,पार्षद कमलेश सिंह , नीता खन्ना समाजसेवी ,साईं ट्रस्ट के अध्यक्ष अमित शर्मा जी हाथी गांव की प्रधान व सांसद प्रतिनिधि प्रवीण अवस्थी, ज्ञान चंद ज्ञानी उपस्थित हुए।
ग्रामीण क्षेत्र में अपने सहयोगात्मक योगदान के लिए लाल अस्पताल से डॉक्टर संतोष श्रीवास्तव को तथा चंद्रप्रभा अस्पताल से डॉक्टर मिथिलेश सिंह ने नशे से होने वाली आंतरिक बीमारियों के बारे समझाया तथा किस प्रकार नशे की लत जीवन को समाप्त कर देती है के वैज्ञानिक पहलू बता कर सभी को जागरूक किया। गांव स्तर पर आवश्यकता पड़ने पर अस्पताल की सेवा देने के लिए डॉक्टर संतोष श्रीवास्तव व डाक्टर मिथिलेश सिंह को आभार स्वरूप सम्मानित किया गया।
बेसिक शिक्षकों द्वारा “तभी मिशन शक्ति जब हो नशा मुक्ति” संगोष्ठी में गीता वर्मा मिशन शक्ति के बारे में बताया तथा अध्यापिका रीना त्रिपाठी ने मिशन शक्ति को नशा मुक्ति अभियान के साथ जोड़ते हुए महिलाओं की भूमिका को इन दोनों मिशन की अहम कड़ी बताया। यदि किसी घर में उसका बेटा पति या अन्य सदस्य नशे का शिकार होता है तो इस वेदना को झेलना महिला को ही पड़ता है इसीलिए ज्यादा से ज्यादा संकल्प महिलाओं को लेना होगा कि वह अपने घर के परिवार के बच्चों को नशे से बचाएंगे।
बेसिक शिक्षा विभाग की शिक्षिकाओं ने भारी संख्या में संगोष्ठी में प्रतिभाग किया और अपने प्राथमिक तथा पूर्व माध्यमिक विद्यालय के बच्चों को इस मिशन से जोड़ने का आश्वासन दिया ताकि बच्चे नशे की लत कि चक्रव्यू से बच सकें और स्वस्थ मानसिकता के साथ देश के विकास में अपना योगदान दे सकें। गांव माती की तथा आसपास के गांव की महिलाएं और कई स्कूलों की शिक्षक उपस्थित रहे शिक्षिका गीता वर्मा ने मंच का संचालन जहां कुशलतापूर्वक किया वही अनीशा सिंह ने सरस्वती वंदना के सुरीले तारों से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया ।
संगोष्ठी में क्षमा सिंह, सेवक राम कनौजिया ,पूनम त्रिपाठी ,रीमा वर्मा,सुमन दुबे, उषा त्रिपाठी, आभा रानी शुक्ला ,रेनू त्रिपाठी, अलका रंजन, मनोज कुमार, अनुराग राठौर ,महेश मिश्रा, सतीश कुमार, मलखान सिंह, सरोज सोनी, राजीव अस्थाना ,रश्मि मिश्रा ,रेनू कनौजिया, नीलम चौधरी , सुचीश्रीवास्तव सहित कई शिक्षकों ने प्रतिभाग किया। समाज सेवक जनप्रतिनिधि विजय अवस्थी अजय अवस्थी मौजूद थे । इस कार्यक्रम की आयोजन का बेसिक शिक्षा की टीचर रीना त्रिपाठी ने किया ।
सांसद कौशल किशोर ने संकल्प कराते हुए लड़के और लड़कियों से कहा कि अपने जीवन को नशे से बचा लीजिए मैं अपने 28 वर्ष के बेटे आकाश किशोर को मौत से नहीं बचा सका आप अपने जीवन को नशे से जरूर बचाइए ।नशे की लत से दूर रहिए हर महीने एक या दो लोगों को नशा न करने का संकल्प कराइए ।नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल का में लोगों को शामिल कर आइए। सब लोगों के सहयोग की वजह से 1 साल में लगभग 2000000 युवक और युवतियां नशा न करने का संकल्प ले लेंगे और 2 वर्ष के अंदर लगभग 75 प्रतिशत लोग अपने देश के नशा मुक्त हो जाएं ।हमें नशा मुक्त समाज बनाना है जिसने यह अकेले जिम्मेदारी हमारी नहीं है आप सब की भी पूरी जिम्मेदारी है
सांसद कौशल किशोर ने कहा कि हम अपने 28 वर्षीय बेटे जिंदगी खोने के बाद हमने निर्णय लिया है हम उन घरों के चिरागों को जलाए रखना चाहते हैं नशे की आंधी में गुम हो जाते हैं और अपने पूरे परिवार को अंधकार मय बना देते हैं । आइए मिलकर बनाएं एक नशा मुक्त समाज तथा बचाएं उन लोगों को जो अभी किसी प्रकार के नशे के चक्रव्यूह में नहीं फंसे।
रीना त्रिपाठी ने उपस्थित सभी जनमानस का धन्यवाद किया तथा सबको बताया कि मिशन शक्ति तभी सफल हो सकता है जब हम नशा मुक्ति को एक श्रृंखला के तहत अपने समाज अपने परिवार में लागू करें। व्यक्ति परिवार, मोहल्ला, समाज ,जिला प्रांत और देश जिस प्रकार एक वृहद श्रृंखला का उदाहरण है उसी प्रकार एक आम जन से शुरू होकर नशा मुक्त भारत बनाने का सपना है एक श्रृंखला के रूप में अवश्य सफल होगा ऐसा आश्वासन उपस्थित सभी लोगों को दिया।