कोविड के दौरान मदरसे पर लगा था ताला
कानपुर। चार वर्ष से बंद पड़े मदरसे में कंकाल मिलने से जहाँ लोगों में सनसनी फैल गईं वहीं बच्चों को पढ़ाने के लिए रखें ब्लैक बोर्ड पर लिखी तारीख़ ने पुलिस को चकरघिन्नी बना दिया।
बुधवार को कानपुर के बेकनगंज क्षेत्र में उस समय सनसनी फैल गईं ज़ब पिछले चार वर्षों से बंद पड़े एक मदरसे से कंकाल मिलने की सूचना मिली, उससे भी हैरानी की बात तो तब हुई ज़ब मौक़े पर पहुंची पुलिस को ब्लैक बोर्ड पर एक वर्ष पूर्व की तारीख़ लिखी हुई मिली। दरअसल वर्ष 2015 से संचालित इस मदरसे पर ताला उस समय लग गया ज़ब देश में कोरोना ने अपनी रफ़्तार पकड़ ली थी।
बताया जाता है मदरसे के संचालन के समय उसमे लगभग 75 बच्चे पढ़ते थे जिन्हे अपने अपने घर भेजकर मदरसे में ताला लगा दिया गया था, मदरसे के भवन के मालिक को सूचना मिली की मदरसे में लगा ताला टुटा हुआ है जिसे देखने ज़ब भवन के मालिक वहां पहुंचे और अंदर गए तो वहाँ एक कंकाल देखकर सभी के होश उड़ गए।
आनन फानन में पुलिस को सूचना दी गईं, पुलिस आई और उसने पूरे मदरसे का निरिक्षण शुरू किया, इसी दौरान आई पुलिस के होश उस समय फाख्ता हो गए ज़ब उन्हें बच्चों को पढ़ाने के लिए रखें ब्लैक बोर्ड पर 25 मई 2023 की तारीख़ लिखी मिली। चार वर्ष पूर्व बंद किये गए मदरसे में एक वर्ष पूर्व की लिखी तारीख़ ये दर्शाती है की कम से कम बोर्ड ओर लिखी तारीख़ तक कोई न कोई इस मदरसे में पढता रहा है या बच्चों को पढ़ाता रहा है।
फिलहाल पुलिस ने मामले की जाँच शुरू कर दी है।